दुर्जन

पिशुन, क्षुद्र, नीच, कर्णेजप, खल, दोषग्राहिन्, पुरोभागिन्, द्विजिह्व, मत्सरिन्

दुर्जनः पिशुनः क्षुद्रो नीचः कर्णेजपः खलः ।
दोषग्राही पुरोभागी द्विजिह्वो मत्सरी मतः ॥ ३४६ ॥
verse 2.1.1.346
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कदर्य

हीन, कीनाश, किम्पचान, मितम्पच, कृपण, क्षुल्लक, क्लीव, क्षुद्र

कदर्यहीनकीनाशकिम्पचानमितम्पचाः ।
कृपणक्षुल्लकक्लीवक्षुद्रा एकार्थवाचकाः ॥ ३४७ ॥
verse 2.1.1.347
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क्षुद्र

दरिद्र, अकिञ्चन, दुर्विध, दुःस्थ, दुर्गत

क्षुद्रदरिद्राकिञ्चनदुर्विधदुःस्थाश्च दुर्गताः प्रोक्ताः ।
verse 2.1.1.348
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सूक्ष्म

लेश, लव, श्लक्ष्ण, क्षुद्र, दभ्र, कण, अणु, किञ्चित्, मात्र, तनु, स्तोक, ह्रस्व, अल्प, त्रुटि

सूक्ष्मलेशलवश्लक्ष्णक्षुद्रदभ्रकणाणवः ।
किञ्चिन्मात्रतनुस्तोकह्रस्वाल्पत्रुटयः समाः ॥ ६८८ ॥
verse 4.1.1.688
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क्षुद्र

क्रूर

मात्रा परिच्छदेऽपि क्षुद्रः क्रूरे श्रुतौ निगमः ॥ ७९६ ॥
verse 5.1.1.796
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