कक्षा

गुह्यपिधान, काञ्ची, गेह, प्रकोष्ठ

कक्षा गुह्यपिधाने काञ्च्यां गेहे प्रकाष्ठे च ॥ ८४२ ॥
verse 5.1.1.842
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