शुचि

शुक्ल

वामः प्रतिकूलेऽपि प्रोक्तौ शुक्लेऽपि शुचिरामौ ॥ ८०८ ॥
verse 5.1.1.808
page 0093

राम

शुक्ल

वामः प्रतिकूलेऽपि प्रोक्तौ शुक्लेऽपि शुचिरामौ ॥ ८०८ ॥
verse 5.1.1.808
page 0093